राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY): कृषि क्षेत्र के समग्र विकास की महत्वाकांक्षी योजना
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) भारत सरकार की एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है, जिसे 2007-08 में शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों में सार्वजनिक निवेश को बढ़ावा देना और राज्यों को उनकी प्राथमिकताओं के अनुसार कृषि विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
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योजना का उद्देश्य
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का लक्ष्य कृषि क्षेत्र का समग्र और टिकाऊ विकास सुनिश्चित करना है। इसके मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं:
1. कृषि में सार्वजनिक निवेश को प्रोत्साहित करना ताकि राज्यों में कृषि आधारभूत संरचना का विकास हो।
2. किसानों की आय में वृद्धि करना और उन्हें समृद्ध बनाने के लिए नई तकनीकों और संसाधनों का उपयोग बढ़ाना।
3. खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और उत्पादन में वृद्धि करके कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाना।
4. राज्यों को लचीलापन प्रदान करना, जिससे वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार योजनाओं का निर्माण कर सकें।
5. जल संसाधन प्रबंधन और जैविक खेती को बढ़ावा देना।
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योजना की प्रमुख विशेषताएँ
1. राज्य-आधारित योजना:
प्रत्येक राज्य को अपनी कृषि आवश्यकताओं के अनुसार योजनाएँ बनाने की स्वतंत्रता दी गई है।
राज्यों को कृषि विकास परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता मिलती है।
2. समग्र कृषि विकास:
• यह योजना सिर्फ फसलों तक सीमित नहीं है, बल्कि पशुपालन, बागवानी, मछली पालन और जैविक खेती को भी शामिल करती है।
• ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने के लिए सहायक कृषि गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जाता है।
3. वित्तीय प्रावधान:
• केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस योजना में राज्यों को 60% और केंद्रशासित प्रदेशों को 100% अनुदान दिया जाता है।
• उत्तर-पूर्वी राज्यों और हिमालयी क्षेत्रों के लिए 90% केंद्र सरकार और 10% राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषण किया जाता है।
4. तकनीकी और नवाचार समर्थन:
• किसानों को ड्रोन, सौर ऊर्जा, सटीक कृषि तकनीक और अन्य नवाचारों को अपनाने में मदद की जाती है।
• कृषि अनुसंधान और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए सहायता दी जाती है।
5. समावेशी दृष्टिकोण:
• किसानों के साथ-साथ महिला कृषकों और छोटे किसानों को भी विशेष लाभ दिए जाते हैं।
• कृषि स्टार्टअप्स को भी इस योजना के तहत सहायता मिलती है।
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राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत प्रमुख उप-योजनाएँ
1. रैपिड रिप्लीकेबल मॉडल (RRM): आधुनिक कृषि तकनीकों के त्वरित कार्यान्वयन के लिए।
2. रेम्युनरेटिव एग्रीकल्चर प्रैक्टिसेज फॉर फूड सिक्योरिटी (RAPFS): खाद्य सुरक्षा के लिए लाभदायक कृषि पद्धतियों का विकास।
3. इनोवेटिव एग्रीकल्चर स्कीम: कृषि में नवाचार और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना।
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योजना से मिलने वाले लाभ
✅ किसानों की आय में वृद्धि और रोजगार के नए अवसर
✅ आधुनिक कृषि तकनीकों के उपयोग से उत्पादकता में वृद्धि
✅ खाद्य सुरक्षा और निर्यात क्षमता में सुधार
✅ ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास
✅ जलवायु परिवर्तन के अनुकूल टिकाऊ कृषि प्रणाली का विकास
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निष्कर्ष
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) एक क्रांतिकारी पहल है, जो कृषि क्षेत्र को समग्र रूप से विकसित करने, किसानों की आय बढ़ाने और भारत को खाद्य सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना राज्यों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार संसाधन प्रदान करके कृषि क्षेत्र में समृद्धि लाने में सहायक साबित हो रही है।
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