अगेती झुलसा रोग (🌱Early Blight) – कारण, लक्षण और समाधान
🌾 अगेती झुलसा रोग एक आम लेकिन खतरनाक फफूंदजनित रोग है जो टमाटर 🍅 और आलू 🥔 की फसलों को बुरी तरह प्रभावित करता है। यह रोग Alternaria solani नामक फफूंद के कारण होता है।
⚠️ कैसे फैलता है यह रोग?
- ☁️ अधिक नमी व बारिश के मौसम में
- 🍂 खेत में बचे पुराने पौधों के अवशेषों से
- 🌿 संक्रमित बीज या पौध से
🔍 लक्षण (Symptoms)
- 🟤 पत्तियों पर गोल, भूरे-काले छल्लेनुमा धब्बे
- 🍃 पत्तियाँ पीली होकर नीचे से सूखने लगती हैं
- 🍅 फलों पर भी काले धब्बे बन जाते हैं
- 🌱 पौधे की बढ़वार रुक जाती है और फसल की उपज घट जाती है
🧪 कारण (Cause)
यह रोग Alternaria solani नामक फफूंद से होता है, जो वातावरण में मौजूद नमी, तापमान (20-30°C) और हवा की सहायता से फैलता है।
✅ रोकथाम और नियंत्रण (Prevention & Control)
- 🔁 फसल चक्र अपनाएं – हर साल एक ही फसल न लगाएं
- ☘️ नीम आधारित जैविक स्प्रे (जैसे 5% नीम तेल) का छिड़काव करें
- 🧴 रासायनिक नियंत्रण: 0.25% मैनकोजेब (Mancozeb) या क्लोरोथालोनिल का छिड़काव करें
- 🧹 खेत को साफ रखें – पुराने पौधों के अवशेष हटा दें
- 💧 सिंचाई प्रबंधन: पत्तियों पर देर तक पानी न रहने दें
- 🔬 रोग प्रतिरोधक किस्में लगाएं
⭐ विशेषज्ञ सुझाव
✅ हर 7-10 दिन में एक बार फफूंदनाशक का छिड़काव करें
✅ जैविक उत्पादों को प्राथमिकता दें ताकि मिट्टी की उर्वरता बनी रहे
✅ खेत का निरीक्षण नियमित रूप से करें
📌
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📢 निष्कर्ष
अगेती झुलसा रोग को समय पर पहचानना और रोकथाम करना बहुत ज़रूरी है। इससे न केवल फसल की उपज बचाई जा सकती है बल्कि आर्थिक नुकसान से भी बचा जा सकता है।
इस जानकारी को अपने किसान मित्रों के साथ जरूर शेयर करें ताकि हर किसान जागरूक हो सके। 🙌
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